बुधवार, ४ जुलै, २०१८

किरदार

 ''क्या  कर रहीं हो? उसने बडी दिलचस्पीसे उसके लैपटॉप में झॉंका.
'ऊं..तंग मत करो. कहानी लिख रहीं हूँ.. फटाकसे उसने लॅपटॉप घुमा दिया. कितनी बार कहॉंं, आधी अधूरी कहानी कोई देखे भी तो मुझे अच्छा नहीं लगता.
'तो तुम्हे क्या  अच्छा लगता है, सिवाय कहानी लिखने के..मैं तो तंग आया हूँ इन कहानीयोंसे. जब  देखो तब कहानीयोंसे उलझी रहती हो या उनकी किरदारोंमें खोयी.. कभी अपना ओरिजनल किरदार भी निभाया करो...''
"खाना पक चूका है और बच्चूका होमवर्क भी पका  आय मिन हो चूका..कभी रसोईघर भी चक्कर लगाया करो और वक्त मिले तो बच्चूकी बैग के दुनियामें भी.'
"यही खट्टीमिटी तकरार पसंद है...अभी हो आता हूँ..' वह पलटा और इसने लाईन लिख दी, "असली किरदार में खट्टीमिट्टी तकरार के साथ खट्टीमिट्टी कशीश भी होती तो उसे कहानीयोंके  किरदारोंमे खोने का शौक क्यों  पैदा होता.'



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