शुक्रवार, २१ डिसेंबर, २०१८

तुम बदल गयी हो

तुम बदल गयी हो कुछ
वही पुरानी नही रही हो
बदलाव अच्छे होते है, सच
पर जो तुम बदली, लगा के 
फासला दस गुना बढ गया 

वैसे तो कुछ भी नही था
हमारे दरमिया कभीभी
या फिर युं कहुं कि पहले जो था 
वो अब नही रहा 
और अब जो है होने लगा
तुम बदल गयी हो

नजाने वो क्या बात हुई
मै अपना दिल हारने लगा 
तेरी ओर बढने लगा 
सोचा कि कुछ जो फासला है 
असल मे, मिटा दु उसे हकीकत से
तो तुम बदल गयी हो 

मैने बढाई जो नजदीकी 
तुम सच मे बदल गयी हो  
ना वो चहकना ना मुस्कुराना 
ना वो जिंदादिली कि बाते 
मुलाकाते तो भुली बिसरी यादे 
सच कहो तुम बदली हो पुरी पुरी 
या मेरे लिये ये बदलाव है
बदलाव अच्छे होते है, सच 
पर इतने नही के दिल पे छुरीया चले  
फासलो के फसाने मिटाये न मिटे

खैर, तुम रखना चाहती हो फासला हि 
तो बना रहेगा बेशक 
सिर्फ  अपने जुबान से इतना कहना
तेरे दिवानगी पे मुझे कोई शक नही
बस मै तेरे मोहब्बत में नही

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